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Braj me Ratan Radhika Gori
(Hindi Lyrics)
ब्रज में रतन राधिका गोरी -----(4)
राधिका गोरी, राधिका गोरी, -----(4)
ब्रज में रतन राधिका गोरी, ------ (4)
राधिका गोरी, राधिका गोरी,------(4)
ओ ब्रज में रतन राधिका गोरी.......(2)
हर लीनी वृषभानु-भवन ते,
नंद-सुवन की चोरी
ओ ब्रज में रतन राधिका गोरी......-2
गुथी भरी केश अंग कुस्मा बली,
ओर सुरंग कच डोरी,
ओ ब्रज में रतन राधिका गोरी.....-2
पिए भूज कंद दिए शोभित मन,
घन दामिनी दुती जोरी,
ओ ब्रज में रतन राधिका गोरी.....-2
कुंज निकुंज विहरत है दोऊ,
अरे यमुना तट बन खोरी,
ओ ब्रज में रतन राधिका गोरी.....-2
कृष्णा दास प्रभु गिरधर नागर,
नागरी नवल किशोरी,
ओ ब्रज में रतन राधिका गोरी......-2